पांच अनाथ लोग अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए, जिस अनाथालय में वे बड़े हुए थे वहां लौटते है. लेकिन वहां उनका सामना कुछ आलौकिक शक्तियों से होता है.पांच अनाथ लोग अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए, जिस अनाथालय में वे बड़े हुए थे वहां लौटते है. लेकिन वहां उनका सामना कुछ आलौकिक शक्तियों से होता है.पांच अनाथ लोग अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए, जिस अनाथालय में वे बड़े हुए थे वहां लौटते है. लेकिन वहां उनका सामना कुछ आलौकिक शक्तियों से होता है.