जब एक पुरुषों की पत्रिका का पत्रकार एक लोकप्रिय नारीवादी महिला लेखिका से मिलता है, जिसका अपना एक सीक्रेट एजेंडा है, तो लिंगों की लड़ाई अपने चरम पर पहुंचकर ‘एक सुखी जोड़े’ के रूप में नाटकीय म... सभी पढ़ेंजब एक पुरुषों की पत्रिका का पत्रकार एक लोकप्रिय नारीवादी महिला लेखिका से मिलता है, जिसका अपना एक सीक्रेट एजेंडा है, तो लिंगों की लड़ाई अपने चरम पर पहुंचकर ‘एक सुखी जोड़े’ के रूप में नाटकीय मोड़ पर खत्म होती हैIजब एक पुरुषों की पत्रिका का पत्रकार एक लोकप्रिय नारीवादी महिला लेखिका से मिलता है, जिसका अपना एक सीक्रेट एजेंडा है, तो लिंगों की लड़ाई अपने चरम पर पहुंचकर ‘एक सुखी जोड़े’ के रूप में नाटकीय मोड़ पर खत्म होती हैI