एक अपराध सिंडिकेट, गलत तरीके से दिए गए 22 साल के कारावास के बाद, अपने मालिकों से बदला लेने आता है. लेकिन उसके सभी योजनाएँ तब अटक जाती है जब उसे पता चलता है की उसका एक बेटा भी है.एक अपराध सिंडिकेट, गलत तरीके से दिए गए 22 साल के कारावास के बाद, अपने मालिकों से बदला लेने आता है. लेकिन उसके सभी योजनाएँ तब अटक जाती है जब उसे पता चलता है की उसका एक बेटा भी है.एक अपराध सिंडिकेट, गलत तरीके से दिए गए 22 साल के कारावास के बाद, अपने मालिकों से बदला लेने आता है. लेकिन उसके सभी योजनाएँ तब अटक जाती है जब उसे पता चलता है की उसका एक बेटा भी है.