एक इंजीनियरिंग स्नातक असहाय शवों को ले जाने का काम करने लगता है, इससे समाज में छोड़े गए मृतकों की विलक्षण त्रासदी उजागर होती है.एक इंजीनियरिंग स्नातक असहाय शवों को ले जाने का काम करने लगता है, इससे समाज में छोड़े गए मृतकों की विलक्षण त्रासदी उजागर होती है.एक इंजीनियरिंग स्नातक असहाय शवों को ले जाने का काम करने लगता है, इससे समाज में छोड़े गए मृतकों की विलक्षण त्रासदी उजागर होती है.