देर रात घर जाते हुए, दो भाई, जग्गी और दलजीत एक बूढ़े व्यक्ति के ऊपर गाड़ी दौड़ा देते हैं. वे शव को वापस उसके घर में रख देते हैं लेकिन जब लोगों को शक होने लगता है तब भाइयों की जिंदगी बिखर जात... सभी पढ़ेंदेर रात घर जाते हुए, दो भाई, जग्गी और दलजीत एक बूढ़े व्यक्ति के ऊपर गाड़ी दौड़ा देते हैं. वे शव को वापस उसके घर में रख देते हैं लेकिन जब लोगों को शक होने लगता है तब भाइयों की जिंदगी बिखर जाती है.देर रात घर जाते हुए, दो भाई, जग्गी और दलजीत एक बूढ़े व्यक्ति के ऊपर गाड़ी दौड़ा देते हैं. वे शव को वापस उसके घर में रख देते हैं लेकिन जब लोगों को शक होने लगता है तब भाइयों की जिंदगी बिखर जाती है.