शिवाजी और उनका परिवार पाकिस्तान में अपने समुदाय से उजड़ जाते है और गुजरात में बंधुआ मजदूर बन जाते है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब उसका ईर्ष्यालु सौतेला भाई उसकी ज़िंदगी में आता है।शिवाजी और उनका परिवार पाकिस्तान में अपने समुदाय से उजड़ जाते है और गुजरात में बंधुआ मजदूर बन जाते है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब उसका ईर्ष्यालु सौतेला भाई उसकी ज़िंदगी में आता है।शिवाजी और उनका परिवार पाकिस्तान में अपने समुदाय से उजड़ जाते है और गुजरात में बंधुआ मजदूर बन जाते है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब उसका ईर्ष्यालु सौतेला भाई उसकी ज़िंदगी में आता है।