अपने बेरहम पतियों से तंग आकर तीन महिलाएं साथ मिलकर उनकी हत्या की योजना बनाते हैं. सब तब तक ठीक चलता है जब तक कि ना पंकज मिश्रा को इस मामले की जांच का काम नहीं सौंपा जाता.अपने बेरहम पतियों से तंग आकर तीन महिलाएं साथ मिलकर उनकी हत्या की योजना बनाते हैं. सब तब तक ठीक चलता है जब तक कि ना पंकज मिश्रा को इस मामले की जांच का काम नहीं सौंपा जाता.अपने बेरहम पतियों से तंग आकर तीन महिलाएं साथ मिलकर उनकी हत्या की योजना बनाते हैं. सब तब तक ठीक चलता है जब तक कि ना पंकज मिश्रा को इस मामले की जांच का काम नहीं सौंपा जाता.