एक नियमित मिशन पर एक घायल वन रेंजर को दो उत्तरजीविता द्वारा बचाया जाता है. शुरू में सब ठीक होता है लेकिन जल्द ही उसे बाप और बेटे के जंगल के प्रति एक पंथ भक्ति का पता चलता है.एक नियमित मिशन पर एक घायल वन रेंजर को दो उत्तरजीविता द्वारा बचाया जाता है. शुरू में सब ठीक होता है लेकिन जल्द ही उसे बाप और बेटे के जंगल के प्रति एक पंथ भक्ति का पता चलता है.एक नियमित मिशन पर एक घायल वन रेंजर को दो उत्तरजीविता द्वारा बचाया जाता है. शुरू में सब ठीक होता है लेकिन जल्द ही उसे बाप और बेटे के जंगल के प्रति एक पंथ भक्ति का पता चलता है.