सुजाता अपने पड़ोसी, एक सूफ़ी पुजारी से प्यार करती है, लेकिन उसके पिता उसकी शादी एक एनआरआई के साथ करा देते हैं. दस साल बाद, सुजाता का पति उसे उसके गांव वापिस लाने का फ़ैसला करता है. अब आगे क्... सभी पढ़ेंसुजाता अपने पड़ोसी, एक सूफ़ी पुजारी से प्यार करती है, लेकिन उसके पिता उसकी शादी एक एनआरआई के साथ करा देते हैं. दस साल बाद, सुजाता का पति उसे उसके गांव वापिस लाने का फ़ैसला करता है. अब आगे क्या होता है यह देखना दिलचस्प होगा.सुजाता अपने पड़ोसी, एक सूफ़ी पुजारी से प्यार करती है, लेकिन उसके पिता उसकी शादी एक एनआरआई के साथ करा देते हैं. दस साल बाद, सुजाता का पति उसे उसके गांव वापिस लाने का फ़ैसला करता है. अब आगे क्या होता है यह देखना दिलचस्प होगा.