कॉमेडियन के मन के जटिल आंतरिक कामकाज पर जाओ और हंसो क्योंकि वह बचपन से कभी नहीं आगे बढ़ने के लिए एक बहुत ही व्यक्तिगत यात्रा से गुजरते हैं. अपनी माँ और सेना के पिता द्वारा नरम मिजाज़ परम्परा... सभी पढ़ेंकॉमेडियन के मन के जटिल आंतरिक कामकाज पर जाओ और हंसो क्योंकि वह बचपन से कभी नहीं आगे बढ़ने के लिए एक बहुत ही व्यक्तिगत यात्रा से गुजरते हैं. अपनी माँ और सेना के पिता द्वारा नरम मिजाज़ परम्परागत परवरिश से लेकर अपने बड़े भाई के लिए कंडोम खरीदने तक, समाज की अपेक्षाओं से विवाह का आयोज... सभी पढ़ेंकॉमेडियन के मन के जटिल आंतरिक कामकाज पर जाओ और हंसो क्योंकि वह बचपन से कभी नहीं आगे बढ़ने के लिए एक बहुत ही व्यक्तिगत यात्रा से गुजरते हैं. अपनी माँ और सेना के पिता द्वारा नरम मिजाज़ परम्परागत परवरिश से लेकर अपने बड़े भाई के लिए कंडोम खरीदने तक, समाज की अपेक्षाओं से विवाह का आयोजन किया जिससे वह पूरा नहीं कर पाया.