जब एक मध्यम आयु वर्ग गृहिणी, श्रीमोई को पता चलता है कि उसका परिवार उसकी परवाह नहीं करता, तब वह अपनी नई पहचान बनाने का फ़ैसला करती है.जब एक मध्यम आयु वर्ग गृहिणी, श्रीमोई को पता चलता है कि उसका परिवार उसकी परवाह नहीं करता, तब वह अपनी नई पहचान बनाने का फ़ैसला करती है.जब एक मध्यम आयु वर्ग गृहिणी, श्रीमोई को पता चलता है कि उसका परिवार उसकी परवाह नहीं करता, तब वह अपनी नई पहचान बनाने का फ़ैसला करती है.