यह एक आदमी की लड़कपन से लेकर मर्दानगी तक के सफर के साथ ही उसके परेशान पारिवारिक जीवन, उसके रिश्तों और फ़िल्मों द्वारा कहानी कहने के जुनून को दर्शाती है.यह एक आदमी की लड़कपन से लेकर मर्दानगी तक के सफर के साथ ही उसके परेशान पारिवारिक जीवन, उसके रिश्तों और फ़िल्मों द्वारा कहानी कहने के जुनून को दर्शाती है.यह एक आदमी की लड़कपन से लेकर मर्दानगी तक के सफर के साथ ही उसके परेशान पारिवारिक जीवन, उसके रिश्तों और फ़िल्मों द्वारा कहानी कहने के जुनून को दर्शाती है.