यह कहानी मुक्ति देबी के इर्द-गिर्द घूमती है. उसका घर, गोबिंदा धाम, उसका गौरव है. मुक्ति देबी झुमा की देखभाल करती है, जिसे वो अपनी बेटी की तरह मानती है. लेकिन जब तारिक अली उसके घर आता है, तब ... सभी पढ़ेंयह कहानी मुक्ति देबी के इर्द-गिर्द घूमती है. उसका घर, गोबिंदा धाम, उसका गौरव है. मुक्ति देबी झुमा की देखभाल करती है, जिसे वो अपनी बेटी की तरह मानती है. लेकिन जब तारिक अली उसके घर आता है, तब यह देखना होगा की क्या वो उसे भी अपनाती है.यह कहानी मुक्ति देबी के इर्द-गिर्द घूमती है. उसका घर, गोबिंदा धाम, उसका गौरव है. मुक्ति देबी झुमा की देखभाल करती है, जिसे वो अपनी बेटी की तरह मानती है. लेकिन जब तारिक अली उसके घर आता है, तब यह देखना होगा की क्या वो उसे भी अपनाती है.