सभी सरकारों ने ऐसे कानून बनाए जो पूंजीवादियों के हितों की रक्षा करते हुए, स्वदेशियों को उनकी जीवनशैली और उनकी भूमि से वंचित करते हैं. फ़िल्म नब्बे के दशक में हुये असंतोष को फिर से दिखाती है ... सभी पढ़ेंसभी सरकारों ने ऐसे कानून बनाए जो पूंजीवादियों के हितों की रक्षा करते हुए, स्वदेशियों को उनकी जीवनशैली और उनकी भूमि से वंचित करते हैं. फ़िल्म नब्बे के दशक में हुये असंतोष को फिर से दिखाती है जिसने हमारे बीच इस सवाल को उठाया है.सभी सरकारों ने ऐसे कानून बनाए जो पूंजीवादियों के हितों की रक्षा करते हुए, स्वदेशियों को उनकी जीवनशैली और उनकी भूमि से वंचित करते हैं. फ़िल्म नब्बे के दशक में हुये असंतोष को फिर से दिखाती है जिसने हमारे बीच इस सवाल को उठाया है.