सौदामिनी जब अपनी शादी शुदा जिन्दगी में अर्थ ढूंढने में असमर्थ रहती है, तब वह अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ने का फ़ैसला करती है. अब यह देखना होगा कि उसके इस फ़ैसले का क्या परिणाम होता है.सौदामिनी जब अपनी शादी शुदा जिन्दगी में अर्थ ढूंढने में असमर्थ रहती है, तब वह अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ने का फ़ैसला करती है. अब यह देखना होगा कि उसके इस फ़ैसले का क्या परिणाम होता है.सौदामिनी जब अपनी शादी शुदा जिन्दगी में अर्थ ढूंढने में असमर्थ रहती है, तब वह अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ने का फ़ैसला करती है. अब यह देखना होगा कि उसके इस फ़ैसले का क्या परिणाम होता है.