दयालु आदमी गंगाधरन मनिक्कम को सुधारता कर उसे अपने कारखाने में प्रभारी के रूप में नियुक्त करता है. गंगाधरन दिवालिया हो जाता है और उसका बेटा यह मानते हुए कि उसके पिता के व्यवसाय को मणिकम ने ठग... सभी पढ़ेंदयालु आदमी गंगाधरन मनिक्कम को सुधारता कर उसे अपने कारखाने में प्रभारी के रूप में नियुक्त करता है. गंगाधरन दिवालिया हो जाता है और उसका बेटा यह मानते हुए कि उसके पिता के व्यवसाय को मणिकम ने ठग लिया था उससे बदला लेने की कसम खाता है.दयालु आदमी गंगाधरन मनिक्कम को सुधारता कर उसे अपने कारखाने में प्रभारी के रूप में नियुक्त करता है. गंगाधरन दिवालिया हो जाता है और उसका बेटा यह मानते हुए कि उसके पिता के व्यवसाय को मणिकम ने ठग लिया था उससे बदला लेने की कसम खाता है.