जब एक भगोड़ा अनाथ एक क्रूर करोड़पति के घर पहुंचता है, तो वह दुनिया के बारे में उसकी धारणा को बदलने का फैसला करती है.जब एक भगोड़ा अनाथ एक क्रूर करोड़पति के घर पहुंचता है, तो वह दुनिया के बारे में उसकी धारणा को बदलने का फैसला करती है.जब एक भगोड़ा अनाथ एक क्रूर करोड़पति के घर पहुंचता है, तो वह दुनिया के बारे में उसकी धारणा को बदलने का फैसला करती है.