यशपाल शिक्षित नहीं है और एक स्कूल में चपरासी का काम करता है, लेकिन फ़िर भी वह अपनी बेटी दुर्गा को शिक्षित करने की इच्छा रखता है. अब देखना होगा कि क्या वे अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे.यशपाल शिक्षित नहीं है और एक स्कूल में चपरासी का काम करता है, लेकिन फ़िर भी वह अपनी बेटी दुर्गा को शिक्षित करने की इच्छा रखता है. अब देखना होगा कि क्या वे अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे.यशपाल शिक्षित नहीं है और एक स्कूल में चपरासी का काम करता है, लेकिन फ़िर भी वह अपनी बेटी दुर्गा को शिक्षित करने की इच्छा रखता है. अब देखना होगा कि क्या वे अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे.