वर्ष 1921 की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म एक निर्दयी और शापित आत्मा की बेहद असाधारण गतिविधियों से आयुष और रोज़ के मुकाबले की कहानी है जो उन्हें अपने अंतिम मुक्ति या पतन की ओर ले जाएगी।वर्ष 1921 की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म एक निर्दयी और शापित आत्मा की बेहद असाधारण गतिविधियों से आयुष और रोज़ के मुकाबले की कहानी है जो उन्हें अपने अंतिम मुक्ति या पतन की ओर ले जाएगी।वर्ष 1921 की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म एक निर्दयी और शापित आत्मा की बेहद असाधारण गतिविधियों से आयुष और रोज़ के मुकाबले की कहानी है जो उन्हें अपने अंतिम मुक्ति या पतन की ओर ले जाएगी।