दयालन, एक मिलनसार पिता, अपने बेटे को उसके सपनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है. इसके विपरीत, सिंगपेरुमल अपने बेटे पर अपना दृष्टिकोण थोपता है जबकि नादुनिलययन अपने लड़के के भविष्य मे... सभी पढ़ेंदयालन, एक मिलनसार पिता, अपने बेटे को उसके सपनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है. इसके विपरीत, सिंगपेरुमल अपने बेटे पर अपना दृष्टिकोण थोपता है जबकि नादुनिलययन अपने लड़के के भविष्य में उदासीन है.दयालन, एक मिलनसार पिता, अपने बेटे को उसके सपनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है. इसके विपरीत, सिंगपेरुमल अपने बेटे पर अपना दृष्टिकोण थोपता है जबकि नादुनिलययन अपने लड़के के भविष्य में उदासीन है.