एक रात जब कृपा सेक्स और हिंसा से भागता है तब उसकी मुलाकात साध्वी से होती है जिसकी शक्ल उसकी मृत माँ से मिलती है. वह उसे आश्रय देती है और उसे सेक्स के बारे में सब कुछ सिखाती है.एक रात जब कृपा सेक्स और हिंसा से भागता है तब उसकी मुलाकात साध्वी से होती है जिसकी शक्ल उसकी मृत माँ से मिलती है. वह उसे आश्रय देती है और उसे सेक्स के बारे में सब कुछ सिखाती है.एक रात जब कृपा सेक्स और हिंसा से भागता है तब उसकी मुलाकात साध्वी से होती है जिसकी शक्ल उसकी मृत माँ से मिलती है. वह उसे आश्रय देती है और उसे सेक्स के बारे में सब कुछ सिखाती है.