बिन्दुसार के पुत्र अशोक को, चाणक्य मगध का निष्पक्ष शासक बनने के लिए प्रशिक्षिण देते हैं. हालांकि बिन्दुसार की पत्नियां उसके खिलाफ़ साज़िशें करती हैं ताकि अशोक सिंहासन पर अपना अधिकार खो दें.बिन्दुसार के पुत्र अशोक को, चाणक्य मगध का निष्पक्ष शासक बनने के लिए प्रशिक्षिण देते हैं. हालांकि बिन्दुसार की पत्नियां उसके खिलाफ़ साज़िशें करती हैं ताकि अशोक सिंहासन पर अपना अधिकार खो दें.बिन्दुसार के पुत्र अशोक को, चाणक्य मगध का निष्पक्ष शासक बनने के लिए प्रशिक्षिण देते हैं. हालांकि बिन्दुसार की पत्नियां उसके खिलाफ़ साज़िशें करती हैं ताकि अशोक सिंहासन पर अपना अधिकार खो दें.