संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन अथवा 'यूनीडो' ( अंग्रेज़ी: United Nations Industrial Development Organisation or 'UNIDO') की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के एक स्वायत्त अंग के रूप में की गयी थी। नवंबर 1966 में अस्तित्व में आये यूनिडो का उद्देश्य औद्योगिक विकास के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों के समन्वय को प्रोत्साहित करना एवं उसकी समीक्षा करना है।[1]
जनवरी 1967 से कार्य आरंभ करते हुए यूनिडो द्वारा औद्योगिक विकास केन्द्र (सचिवालय के अधीन जुलाई 1961 से कार्यरत) का स्थान ले लिया गया।
1985 में यह संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बन गया। इसका मुख्यालय विएना में स्थित है।
मार्च 1999 तक यूनिडो के सदस्य देशों की संख्या 168 थी। अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया ने क्रमशः 1996 एवं 1997 में अपनी सदस्यता वापस ले ली।
औद्योगीकरण की प्रक्रिया को विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षण, सूचना वितरण, सांख्यकीय जटिलता, विश्लेषण एवं शोध से जुड़ी यूनिडो की गतिविधियां संपूर्ण विश्व में औद्योगिक विकास के लिए सामान्य समर्थन उपलब्ध कराती हैं। यह निवेश संवर्द्धन सेवा को बढ़ावा देता है, जो विकसित एवं विकासशील देशों में व्यापार तथा सरकार के मध्य सम्पर्क को प्रोत्साहित करता है।
यह संगठन औद्योगिक विकास नीतियों के निर्माण, उत्पादन की नवीं पद्धतियों के अनुप्रयोग, कार्यक्रम एवं नियोजन, आद्योगिक तकनीक के प्रशिक्षण हेतु आधार संरचना के निर्माण, क्षेत्रीय औद्योगिक विकास व् औद्योगिक भागीदारी हेतु अन्य संयुक्त राष्ट्र अभिकरणों के साथ सहयोग की स्थापना तथा विकासशील देशों में औद्योगिक वृद्धि की गति में तीव्रता लाने के लिए ज़रूरी उपायों की पहचान जैसे कार्यों में सहायता प्रदान करता है।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "UNIDO in brief | UNIDO". www.unido.org. अभिगमन तिथि 2021-11-02.