ब्रिक्स कंटिंजेंट रिज़र्व अरेंजमेंट
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ब्रिक्स कंटिंजेंट रिज़र्व अरेंजमेंट ब्रिक्स देशों द्वारा स्थापित एक कोष है जिसे आकस्मिक आर्थिक विपत्तियों से बचने के लिए बनाया गया है। इसकी स्थापना 2014 के ब्रिक्स सम्मेलन में की गई।[1]
इसका शुरूआती आकार 100 अरब अमरीकी डॉलर होगा। इस व्यवस्था का आमतौर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, यह सदस्य देशों की अल्पकालिक नकदी समस्याएं दूर करने में मदद करेगा, ब्रिक्स देशों में सहयोग प्रोत्साहित करेगा और वैश्विक वित्तीय सुरक्षा तंत्र मजबूत करेगा और मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय प्रंबंधो में पूरक बनेगा। यह समझौता एक ऐसी रूपरेखा प्रस्तुत करेगा जिसमें नकदी के आदान-प्रदान का प्रावधान होगा। इसके जरिये अल्पकालिक अदायगी दबाव संतुलन की स्थिति से निपटा जा सकेगा।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "छठा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन - फोर्टलेजा घोषणा". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. 16 जुलाई 2014. मूल से 26 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जुलाई 2014.