Dudola
Dudola ( दुधौला), Dudaola, Dudhola is a Khutela Jat Village in district Palwal in Haryana.
History
दूधोला गांव आज से लगभग 700 साल पहले(ख़िलजी कालीन) दो भाइयों ने बसाया था । मथुरा जिले में खुटेला तोमर जाटों की सौंखगढ़ रियासत थी।जिनमे अधीन 8 गढ़(खेड़े) थे। उनमें से एक चेतोखेड़ा (चेतन गढ़) था। इस किले पर महाराजा अनंगपाल तोमर के पौत्र चेतन सिंह के वंशजों का शासन था। जब 1304 ईस्वी में ख़िलजी ने सौंखगढ़ पर आक्रमण किया तब चेतोखेड़ा नष्ट हो गया तब यहां से दो तोमर खुटेला जाट जिनका नाम उल्लेखना और मनभरा था। इस गांव के लोग अधिक मात्रा में दूध का सेवन करते थे और करते है । इस लिए इस का नाम दूधोला पड़ा। इस गांव से बहुत ताकतवर पहलवान निकल कर बाहर अपने राज्य और अपने गांव का नाम रोशन किया है। दूधोला गांव से लगभग 500 लोग सेना में है। गांव के बुजर्ग लालचंद उर्फ लालू जाट ने हमे बताया इसे गांव से अधिक बलशाली लोग भी है । जो तकरीबन 250 किलो वजन खुद नीचे से उठा कर 5 किलो मीटर दूर तक ले जाते है। इसे गांव में सिर्फ खुटेला तोमर गोत्र के जाट है।
Jat Gotras
History of Deshwal village in Dudola village
कप्तान सिंह देशवाल लिखते हैं - पलवल से दिल्ली रोड पर 4 किलोमीटर आल्हपुर गाँव से पश्चिम दिशा में 3 कि.मी, पर गाँव दुधौला में 10-15 घर जोगी देशवाल हैं। इनका निकास गाँव बलियाणा से है। इन लोगों को गांव दुधौला के लोगों ने बुलाकर बसाया था।[1]
Population
2020 तक दूधोला कि जनसंख्या 7500 के लगभग है
Notable persons
- दादा तेजी
- दादा लालचंद उर्फ लालू पुत्र तेजी
- रणबीर उर्फ सुक्का
- रवि खुटेला
- मनीष खुटेला
- धीरेन्द्र खुटेला उर्फ धीरू
- Lt सुमेर सिंह खुटेला
- पंच मेंबर प्रकाश खुटेला
- पहलवान पोट
- नारायण सिंह पांडव
External links
यह भारत की पहली कौशल यूनिवर्सिटी भी स्थापित की गई है।
References
- ↑ कप्तान सिंह देशवाल : देशवाल गोत्र का इतिहास (भाग 2) (पृष्ठ 107)
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